फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक बिन्नी बंसल ने बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे को फ्लिपकार्ट ने स्वीकार किया है। बिन्नी बंसल और सचिन बंसल को फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक के रूप में जाना जाता है। फ्लिपकार्ट को वर्ष 2018 में वॉलमार्ट ने खरीद लिया था।
बिन्नी बंसल ने ई-कॉमर्स सेक्टर में फिर से कदम रखने का निर्णय लिया है। वे नए स्टार्टअप OppDoor को शुरू किया है। OppDoor का मकसद ई-कॉमर्स कंपनियों को एंड-टू-एंड समाधान प्रदान करना है।
फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल ने भी कंपनी को छोड़ दिया था। इन्होने एक नई फर्म नवी की स्थापना की थी। बिन्नी बंसल के इस्तीफे का मुख्य कारण उनका नया स्टार्टअप OppDoor है।
2018 में, वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में 16 बिलियन डॉलर का निवेश किया, तो बंगलोर में स्थित फर्म का मूल्य 21 बिलियन डॉलर से कम था। इसने न केवल संस्थापकों सचिन बंसल और बिन्नी बंसल को अरबपति बना दिया, बल्कि निवेशकों को ब्लॉकबस्टर निकास भी प्रदान किया।
2018 में, फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल ने अपनी पूरी हिस्सेदारी वॉलमार्ट को बेच दी, लेकिन बिन्नी बंसल के पास ई-कॉमर्स फर्म में एक छोटी हिस्सेदारी बनी रही। बाद में बिन्नी बंसल ने शेष हिस्सेदारी बेच दी और यहाँ से लगभग 1-1.5 अरब डॉलर कमाए। बिन्नी बंसल PhonePe में भी निवेशक हैं।
सीईओ और फ्लिपकार्ट बोर्ड सदस्य कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा कि बिन्नी बंसल की अंतर्दृष्टि और व्यवसाय की गहरी विशेषज्ञता, बोर्ड और कंपनी के लिए अमूल्य रही है। हम उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते है।
जाते-जाते बिन्नी बंसल ने कहा, मुझे पिछले 16 वर्षों में फ्लिपकार्ट समूह की उपलब्धियों पर गर्व है। सबसे अच्छी बात यह है की कंपनी मजबूत टीम के साथ-साथ मजबूत स्थिति में है। इस विश्वास के साथ, मैंने अलग हटने का फैसला लिया है। मैं टीम को शुभकामनाएं देता हूं क्योंकि वे ग्राहकों के अनुभवों को लगातार बदलते रहेंगे और मैं व्यवसाय का एक मजबूत समर्थक बना रहूंगा।